अध्याय-17
श्रद्धात्रयविभागयोग
देहधारियों के स्वभाव से पैदा वह श्रद्धाभावना सात्त्विकी, राजसी और तामसी- ऐसे युगानुकूल क्रम से 3 प्रकार की ही होती है, उसे और सुन।

अध्याय -17
श्लोक उच्चारण

अध्याय -17
संक्षिप्त व्याख्या सहित

अध्याय -17
शब्दार्थ तथा संक्षिप्त व्याख्या सहित

ॐ शांति

Copyright © 2025 by AIVV All rights reserved.